Senior Citizens Tax Relief: FD पर TDS में छूट, 2025 बजट से बड़ा ऐलान

आज के समय में, हर कोई अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखना चाहता है। फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) एक ऐसा ही विकल्प है, जो लोगों को सुरक्षित निवेश का मौका देता है। लेकिन, एफडी से होने वाली ब्याज की कमाई पर टैक्स (Tax) भी लगता है, जिसे टीडीएस (TDS) कहते हैं। बजट 2025 में, सरकार ने एफडी पर लगने वाले टीडीएस के नियमों में कुछ बदलाव किए हैं।

इन बदलावों का सीधा असर उन लोगों पर पड़ेगा जो एफडी में निवेश करते हैं। खासकर, वरिष्ठ नागरिकों (Senior Citizens) के लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि नए नियम उनके लिए क्या मायने रखते हैं। इस लेख में, हम आपको बजट 2025 में एफडी टीडीएस से जुड़े सभी नए नियमों के बारे में विस्तार से बताएंगे। हम यह भी जानेंगे कि ये नियम कब से लागू होंगे, और इनका आप पर क्या असर पड़ेगा।

तो, अगर आप भी एफडी में निवेश करते हैं, या करने की सोच रहे हैं, तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें। इसमें आपको एफडी टीडीएस के नए नियमों के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी, जिससे आप अपनी वित्तीय योजना को बेहतर तरीके से बना पाएंगे।

Budget 2025: FD TDS के नए नियम

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 में फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) पर मिलने वाले ब्याज पर टीडीएस (Tax Deducted at Source) की सीमा को बढ़ाने का प्रस्ताव रखा है. यह बदलाव नौकरीपेशा (Salaried employees) और मध्यम वर्ग (Middle class) को राहत देगा।

अभी तक, गैर-वरिष्ठ नागरिकों (Non-senior citizens) के लिए बैंक एफडी पर ब्याज से होने वाली 40,000 रुपये तक की कमाई पर टीडीएस नहीं काटा जाता था. बजट 2025 में इस सीमा को बढ़ाकर 50,000 रुपये कर दिया गया है. इसका मतलब है कि अब 50,000 रुपये से कम की कमाई पर बैंक अपने आप टीडीएस नहीं काटेंगे.

यह नियम 1 अप्रैल 2025 से लागू होगा.

FD TDS Limit में बदलाव: एक नजर में

Parameterपहले (Before)अब (Now)लागू होने की तिथि (Effective Date)
गैर-वरिष्ठ नागरिकों के लिए TDS सीमा₹40,000₹50,0001 अप्रैल 2025
अन्य मामलों में TDS सीमा₹5,000₹10,0001 अप्रैल 2025

TDS New Rules for Senior Citizens: वरिष्ठ नागरिकों के लिए क्या है?

वरिष्ठ नागरिकों (Senior Citizens) को बैंक एफडी में टीडीएस (TDS) पर मिलने वाली छूट की सीमा इन सबसे अलग है. बैंकों द्वारा समय-समय पर अलग से इनकी घोषणा भी की जाती है.

हालांकि, बजट 2025 में वरिष्ठ नागरिकों के लिए एफडी टीडीएस के नियमों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. उनके लिए पहले की तरह ही नियम लागू रहेंगे।

New Tax Regime: नई कर व्यवस्था

बजट 2025 में नई कर व्यवस्था (New Tax Regime) में भी कुछ बदलाव किए गए हैं. सरकार का लक्ष्य है कि लोग पुरानी कर व्यवस्था (Old Tax Regime) के बजाय नई कर व्यवस्था को अपनाएं।

हालांकि, एफडी टीडीएस के नियमों में बदलाव का नई कर व्यवस्था पर कोई सीधा असर नहीं पड़ेगा।

Income Tax: आयकर के बारे में

टीडीएस (TDS) आयकर (Income Tax) का ही एक हिस्सा है. यह एक तरह का अग्रिम कर (Advance Tax) होता है. सरकार टीडीएस के जरिए लोगों की आय पर पहले से ही टैक्स वसूल लेती है.

टीडीएस काटने की जिम्मेदारी उस संस्था (जैसे बैंक) की होती है, जो आपको आय (जैसे ब्याज) दे रही है.

TDS कैसे काम करता है?

  • जब आपकी एफडी (FD) पर मिलने वाला ब्याज एक निश्चित सीमा से अधिक हो जाता है, तो बैंक टीडीएस (TDS) काटता है.
  • अगर आपके पास पैन कार्ड (PAN Card) है, तो बैंक 10% की दर से टीडीएस काटेगा.
  • अगर आपके पास पैन कार्ड नहीं है, तो बैंक 20% की दर से टीडीएस काटेगा.
  • बैंक टीडीएस (TDS) काटकर सरकार के पास जमा कर देता है.
  • आप आयकर रिटर्न (Income Tax Return) भरते समय इस टीडीएस (TDS) को अपनी कुल कर देनदारी (Total Tax Liability) में से घटा सकते हैं.

अगर TDS कट गया तो क्या करें?

अगर आपका टीडीएस (TDS) कट गया है, तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है। आप आयकर रिटर्न (Income Tax Return) भरकर इसे वापस पा सकते हैं।

  • अगर आपकी कुल कर देनदारी (Total Tax Liability) टीडीएस (TDS) से कम है, तो आपको रिफंड (Refund) मिल जाएगा.
  • अगर आपकी कुल कर देनदारी (Total Tax Liability) टीडीएस (TDS) से ज्यादा है, तो आपको अतिरिक्त टैक्स (Additional Tax) देना होगा.

TDS से कैसे बचें?

अगर आपकी आय कर योग्य (Taxable) नहीं है, तो आप टीडीएस (TDS) से बच सकते हैं। इसके लिए, आपको बैंक में फॉर्म 15G या फॉर्म 15H जमा करना होगा।

  • फॉर्म 15G गैर-वरिष्ठ नागरिकों (Non-senior citizens) के लिए होता है।
  • फॉर्म 15H वरिष्ठ नागरिकों (Senior citizens) के लिए होता है।

इन फॉर्म को जमा करने के बाद, बैंक आपका टीडीएस नहीं काटेगा।

लोगों को कैसे होगा फायदा?

टीडीएस (TDS) सीमा बढ़ने से लोगों के हाथ में थोड़ा ज्यादा पैसा रहेगा. इससे लोगों को अपनी जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी. सरकार का मकसद है कि लोगों के पास ज्यादा पैसा हो, ताकि वे ज्यादा खर्च करें, और अर्थव्यवस्था (Economy) को बढ़ावा मिले.

निष्कर्ष

बजट 2025 में एफडी (FD) पर टीडीएस (TDS) के नियमों में बदलाव से आम लोगों को थोड़ी राहत मिलेगी. टीडीएस (TDS) की सीमा बढ़ने से लोगों के हाथ में ज्यादा पैसा रहेगा, जिसका इस्तेमाल वे अपनी जरूरतों को पूरा करने और निवेश (Investment) करने में कर सकेंगे.

हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि टीडीएस (TDS) केवल एक अग्रिम कर (Advance Tax) है. आपको अपनी कुल आय (Total Income) के आधार पर आयकर रिटर्न (Income Tax Return) भरना होगा, और उस हिसाब से टैक्स (Tax) देना होगा.

इसलिए, टीडीएस (TDS) के नियमों को समझना और अपनी कर देनदारियों (Tax Liabilities) का ध्यान रखना बहुत जरूरी है.

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह कोई वित्तीय सलाह (Financial Advice) नहीं है। अपने वित्तीय फैसले (Financial Decisions) लेने से पहले, हमेशा किसी वित्तीय सलाहकार (Financial Advisor) से सलाह लें। हम इस जानकारी की सटीकता की गारंटी नहीं देते हैं। आयकर नियमों (Income Tax Rules) में बदलाव होते रहते हैं, इसलिए किसी भी निवेश से पहले नियमों की जांच कर लेना बेहतर होगा।

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