आज के समय में, बैंक खाते (Bank Account) हम सभी की जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन गए हैं। चाहे सैलरी (Salary) लेना हो, बिलों का भुगतान (Bill Payment) करना हो, या फिर ऑनलाइन शॉपिंग (Online Shopping) करनी हो, हर काम के लिए हमें बैंक खाते की जरूरत पड़ती है। ऐसे में, बैंक खातों से जुड़े नियमों (Bank Account Rules) के बारे में जानना हम सभी के लिए बहुत जरूरी है। खासकर, 2025 में बैंक खातों से जुड़े कई नए नियम लागू होने वाले हैं, जिनके बारे में जानकारी होना आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है।
इन नए नियमों में KYC अपडेट (KYC Update), मिनिमम बैलेंस (Minimum Balance), निष्क्रिय खाते (Inactive Account), कैश डिपॉजिट (Cash Deposit) और विड्रॉल लिमिट (Withdrawal Limit) जैसे कई महत्वपूर्ण बदलाव शामिल हैं। इसके अलावा, टीडीएस (TDS) और जीएसटी (GST) से जुड़े कुछ नए नियम भी लागू होने वाले हैं। इन सभी नियमों के बारे में सही जानकारी होने से आप अपने बैंक खाते को सुरक्षित रख सकते हैं, और किसी भी तरह की परेशानी से बच सकते हैं।
तो, अगर आप भी बैंक खाता इस्तेमाल करते हैं, तो यह लेख आपके लिए बहुत जरूरी है। इस लेख में, हम आपको 2025 में लागू होने वाले बैंक खातों से जुड़े सभी नए नियमों के बारे में विस्तार से बताएंगे। साथ ही, हम आपको यह भी बताएंगे कि इन नियमों का आप पर क्या असर पड़ेगा, और आप इनसे कैसे निपट सकते हैं। तो चलिए शुरू करते हैं और जानते हैं बैंक अकाउंट के नए नियम।
Contents
- 1 Bank Account New Rules 2025: क्या-क्या बदल गया?
- 2 KYC Update: अब हर 2 साल में KYC अपडेट करना होगा
- 3 Minimum Balance: मिनिमम बैलेंस रखना अब और जरूरी
- 4 Inactive Account Rules: 2 साल तक निष्क्रिय रहने पर खाता होगा बंद
- 5 Cash Deposit Limit: कैश जमा करने की लिमिट क्या है?
- 6 Cash Withdrawal Limit: कैश निकालने की लिमिट क्या है?
- 7 ATM Withdrawal Fees: ATM से पैसे निकालने पर कितना लगेगा चार्ज?
- 8 TDS Rules: टीडीएस के नियम क्या हैं?
- 9 GST on Banking Services: बैंकिंग सेवाओं पर जीएसटी
- 10 Bank Account Limit 2025: क्या है बैंक अकाउंट की लिमिट?
- 11 निष्क्रिय खातों को कैसे एक्टिवेट करें? (How to Activate Inactive Account)
- 12 खाताधारकों को क्या करना चाहिए और क्या नहीं? (Dos and Don’ts for Account Holders)
- 13 निष्कर्ष
Bank Account New Rules 2025: क्या-क्या बदल गया?
नियम | विवरण |
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KYC अपडेट | हर 2 साल में KYC जानकारी अपडेट करना अनिवार्य है। |
मिनिमम बैलेंस | SBI में मिनिमम बैलेंस ₹5000, PNB में ₹3500, और केनरा बैंक में ₹2500। |
निष्क्रिय खाते | 2 साल तक निष्क्रिय खातों को बंद किया जाएगा। |
ATM विड्रॉल फीस | प्रति माह सिर्फ 3 मुफ्त ट्रांजेक्शन, उसके बाद ₹25 प्रति ट्रांजेक्शन। अन्य बैंकों के ATM से पैसे निकालने पर ₹30 का शुल्क। |
निष्क्रिय खाता परिभाषा | 12 महीने से अधिक समय तक कोई लेनदेन नहीं। |
डॉरमेंट खाता परिभाषा | 2 साल से अधिक समय तक कोई लेनदेन नहीं। |
शून्य बैलेंस खाते | लंबे समय तक शून्य बैलेंस रहने पर खाता बंद किया जा सकता है। |
KYC Update: अब हर 2 साल में KYC अपडेट करना होगा
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने KYC (Know Your Customer) अपडेट को लेकर नियमों को और सख्त कर दिया है। अब सभी बैंक खाताधारकों को हर 2 साल में अपना KYC अपडेट (KYC Update) करना अनिवार्य होगा। KYC अपडेट करने का मकसद यह है कि बैंकों के पास अपने ग्राहकों की सही और ताजा जानकारी रहे, जिससे धोखाधड़ी (Fraud) और मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) जैसी गतिविधियों को रोका जा सके।
KYC अपडेट करने के लिए, आपको अपने बैंक शाखा (Bank Branch) में जाकर अपना पहचान प्रमाण (Identity Proof) और पता प्रमाण (Address Proof) जमा करना होगा। आप ऑनलाइन बैंकिंग (Online Banking) या मोबाइल बैंकिंग (Mobile Banking) के माध्यम से भी अपना KYC अपडेट कर सकते हैं। अगर आप अपना KYC अपडेट नहीं करते हैं, तो आपका बैंक खाता ब्लॉक (Block) किया जा सकता है।
Minimum Balance: मिनिमम बैलेंस रखना अब और जरूरी
1 फरवरी 2025 से, कई बैंकों ने अपने मिनिमम बैलेंस (Minimum Balance) की सीमा को बढ़ा दिया है। इसका मतलब है कि अब आपको अपने बैंक खाते में पहले से ज्यादा पैसे रखने होंगे। अगर आप अपने खाते में मिनिमम बैलेंस नहीं रखते हैं, तो आपको जुर्माना (Penalty) देना पड़ सकता है।
SBI (स्टेट बैंक ऑफ इंडिया) में अब मिनिमम बैलेंस ₹5000, PNB (पंजाब नेशनल बैंक) में ₹3500, और केनरा बैंक (Canara Bank) में ₹2500 हो गया है। मिनिमम बैलेंस की सीमा बढ़ाने का मकसद यह है कि बैंक अपने खर्चों को पूरा कर सकें, और ग्राहकों को बेहतर सेवाएं दे सकें।
Inactive Account Rules: 2 साल तक निष्क्रिय रहने पर खाता होगा बंद
अगर आपका बैंक खाता 2 साल तक निष्क्रिय (Inactive) रहता है, तो उसे बंद कर दिया जाएगा। निष्क्रिय खाता वह खाता होता है, जिसमें 2 साल तक कोई लेनदेन (Transaction) नहीं किया गया हो। निष्क्रिय खातों को बंद करने का मकसद यह है कि बैंकों को उन खातों से छुटकारा मिल सके, जिनका कोई इस्तेमाल नहीं कर रहा है।
अगर आपका खाता निष्क्रिय हो जाता है, तो आपको उसे फिर से एक्टिवेट (Activate) करने के लिए बैंक में आवेदन (Application) करना होगा। खाता एक्टिवेट करने के लिए, आपको अपना KYC अपडेट करना होगा, और कुछ लेनदेन करने होंगे।
Cash Deposit Limit: कैश जमा करने की लिमिट क्या है?
बैंक खातों में कैश जमा (Cash Deposit) करने की कोई निश्चित लिमिट (Limit) नहीं है। आप जितना चाहें उतना कैश जमा कर सकते हैं। हालांकि, अगर आप एक दिन में ₹50,000 से ज्यादा कैश जमा करते हैं, तो आपको अपना पैन कार्ड (PAN Card) दिखाना होगा।
इसके अलावा, अगर आप एक वित्तीय वर्ष (Financial Year) में ₹10 लाख से ज्यादा कैश जमा करते हैं, तो आपको इसकी जानकारी आयकर विभाग (Income Tax Department) को देनी होगी। कैश जमा करने के नियमों का मकसद यह है कि काले धन (Black Money) को जमा करने से रोका जा सके।
Cash Withdrawal Limit: कैश निकालने की लिमिट क्या है?
बैंक खातों से कैश निकालने (Cash Withdrawal) की भी कोई निश्चित लिमिट नहीं है। आप जितना चाहें उतना कैश निकाल सकते हैं। हालांकि, अगर आप एक दिन में ₹2 लाख से ज्यादा कैश निकालते हैं, तो आपको इसकी जानकारी आयकर विभाग (Income Tax Department) को देनी होगी।
इसके अलावा, ATM से कैश निकालने की लिमिट अलग-अलग बैंकों में अलग-अलग होती है। आमतौर पर, ATM से एक दिन में ₹20,000 से ₹50,000 तक कैश निकाला जा सकता है। कैश निकालने के नियमों का मकसद यह है कि बैंकों में धोखाधड़ी को रोका जा सके।
ATM Withdrawal Fees: ATM से पैसे निकालने पर कितना लगेगा चार्ज?
1 फरवरी 2025 से, ATM से पैसे निकालने के नियमों में भी कुछ बदलाव हुए हैं। अब आपको हर महीने सिर्फ 3 मुफ्त ट्रांजेक्शन (Free Transaction) करने की अनुमति होगी। इसके बाद, हर ट्रांजेक्शन पर आपको ₹25 का शुल्क (Charge) देना होगा।
अगर आप किसी दूसरे बैंक (Other Bank) के ATM से पैसे निकालते हैं, तो आपको ₹30 का शुल्क देना होगा। ATM से पैसे निकालने के नियमों में बदलाव का मकसद यह है कि डिजिटल लेनदेन (Digital Transaction) को बढ़ावा दिया जा सके।
TDS Rules: टीडीएस के नियम क्या हैं?
टीडीएस (Tax Deducted at Source) एक तरह का टैक्स (Tax) है, जो आपकी आय (Income) पर काटा जाता है। अगर आपकी बैंक खाते में जमा राशि पर ब्याज (Interest) मिलता है, तो बैंक उस ब्याज पर टीडीएस काटता है।
टीडीएस काटने की सीमा अलग-अलग तरह की आय के लिए अलग-अलग होती है। बैंक खाते में जमा राशि पर ब्याज के लिए, टीडीएस काटने की सीमा ₹40,000 (गैर-वरिष्ठ नागरिकों के लिए) और ₹50,000 (वरिष्ठ नागरिकों के लिए) है। अगर आपकी आय इस सीमा से ज्यादा है, तो बैंक उस पर टीडीएस काटेगा।
GST on Banking Services: बैंकिंग सेवाओं पर जीएसटी
जीएसटी (Goods and Services Tax) एक तरह का टैक्स है, जो वस्तुओं (Goods) और सेवाओं (Services) पर लगता है। बैंकिंग सेवाएं (Banking Services) भी जीएसटी के दायरे में आती हैं। इसलिए, बैंकों द्वारा दी जाने वाली कुछ सेवाओं पर जीएसटी लगता है।
उदाहरण के लिए, अगर आप ATM से पैसे निकालते हैं, और आपके मुफ्त ट्रांजेक्शन खत्म हो जाते हैं, तो आपको जो शुल्क देना होता है, उस पर जीएसटी लगता है। जीएसटी की दर 18% है।
Bank Account Limit 2025: क्या है बैंक अकाउंट की लिमिट?
बैंक अकाउंट में पैसे जमा करने या निकालने की कोई तय सीमा नहीं है, लेकिन एक वित्त वर्ष में 10 लाख रुपए से ज्यादा जमा करने या निकालने पर बैंक को इसकी जानकारी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को देनी होती है. इसके अलावा, कुछ खास तरह के ट्रांजैक्शन (Transaction) पर भी लिमिट लगाई जा सकती है.
निष्क्रिय खातों को कैसे एक्टिवेट करें? (How to Activate Inactive Account)
अगर आपका बैंक अकाउंट निष्क्रिय हो गया है, तो उसे दोबारा एक्टिवेट (Activate) करने के लिए आपको कुछ स्टेप्स फॉलो करने होंगे:
- बैंक ब्रांच में जाएं: सबसे पहले अपने बैंक की नजदीकी ब्रांच में जाएं.
- एप्लीकेशन फॉर्म भरें: वहां आपको निष्क्रिय खाते को एक्टिवेट करने के लिए एक एप्लीकेशन फॉर्म मिलेगा, जिसे आपको सही-सही भरना होगा.
- KYC डॉक्यूमेंट्स जमा करें: एप्लीकेशन फॉर्म के साथ आपको अपने KYC डॉक्यूमेंट्स (जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, आदि) की कॉपी भी जमा करनी होगी.
- ट्रांजैक्शन करें: कुछ बैंक निष्क्रिय खाते को एक्टिवेट करने के लिए उसमें कुछ पैसे जमा करने या निकालने के लिए कह सकते हैं.
खाताधारकों को क्या करना चाहिए और क्या नहीं? (Dos and Don’ts for Account Holders)
बैंक खाता इस्तेमाल करने वाले लोगों को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, ताकि उन्हें किसी तरह की परेशानी न हो:
क्या करें:
- अपने खाते में नियमित रूप से ट्रांजैक्शन करें.
- अपना KYC हमेशा अपडेट रखें.
- अपने बैंक खाते में मिनिमम बैलेंस बनाए रखें.
- अपने बैंक के नियमों और शर्तों को ध्यान से पढ़ें.
- डिजिटल बैंकिंग सेवाओं का इस्तेमाल करें.
क्या न करें:
- अपने खाते को लंबे समय तक निष्क्रिय न छोड़ें.
- अपनी निजी जानकारी (जैसे पासवर्ड, ओटीपी, आदि) किसी के साथ शेयर न करें.
- किसी भी अनजान लिंक (Link) पर क्लिक न करें.
- धोखाधड़ी वाले ईमेल या मैसेज का जवाब न दें.
निष्कर्ष
2025 में बैंक खातों से जुड़े कई नए नियम लागू होने वाले हैं। इन नियमों के बारे में जानकारी होना हम सभी के लिए बहुत जरूरी है, ताकि हम अपने बैंक खाते को सुरक्षित रख सकें, और किसी भी तरह की परेशानी से बच सकें।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न स्रोतों से ली गई है। हम इस जानकारी की सटीकता की गारंटी नहीं देते हैं। बैंक खातों से जुड़े नियमों और शर्तों के बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया अपने बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।